मानव के दो रूप निराले, अपने भीतर शेर दो पाले।।

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Scene 1 (0s)

SUKHRADIYA MOTIVATION AND CREATION. मानव के दो रूप निराले, अपने भीतर शेर दो पाले।।.

Scene 2 (11s)

SUKHRADIYA MOTIVATION AND CREATION. एक तो है सत्य सौम, कर्मठ निष्ठावान कहाता। हर मानव से प्रेम करे वो, सबसे ही वो प्यार भी पाता।.

Scene 3 (26s)

SUKHRADIYA MOTIVATION AND CREATION. रुखा सूखा जो मिल जाए, संतोष उसी में कर लेता। सत्य कर्म मेहनत वो करके, खुद की भूख मिटा लेता।।.

Scene 4 (45s)

SUKHRADIYA MOTIVATION AND CREATION. दूजे शेर की सुनो कहानी , पहले से बिल्कुल उल्टा । झूट कपट जंजाल का आदी , मन में भरी रहे कुंठा ।।.

Scene 5 (59s)

SUKHRADIYA MOTIVATION AND CREATION. काम में आलस मन में लालच , टेढ़े मेढे काम करे । वो मानव से नफ़रत करता , कोई न उससे प्यार करे ।।.

Scene 6 (1m 14s)

SUKHRADIYA MOTIVATION AND CREATION. असुर राज के गुण सब होते, करता है सब घोटाले। मानव के दो रूप निराले, अपने भीतर शेर दो पाले।।.

Scene 7 (1m 29s)

SUKHRADIYA MOTIVATION AND CREATION. दोनों शेर लड़ें आपस में, युद्ध होए बड़ा भारी। सोच समझना ध्यान लगाना, बात कहूं बड़ी गहरी।।.

Scene 8 (1m 41s)

SUKHRADIYA MOTIVATION AND CREATION. जीतेगा वो शेर आपका, को ज्यादा भोजन पाएगा। रिंग मास्टर बन जाओ अब, शेर तो नाच दिखलायेगा।।.

Scene 9 (2m 1s)

SUKHRADIYA MOTIVATION AND CREATION. अच्छे शेर को खूब खिलाओ, दूजे को लगादो ताले। मानव के दो रूप निराले, अपने भीतर शेर दो पाले।।.

Scene 10 (2m 18s)

स्वस्थ रहें, सुरक्षित रहें, हँसते रहें, मुस्कुराते रहें.