योगेश मान सचिव PRWA द्वारा २६ अगस्त २०२२ को सॉसाययटी के कई ग्रूप्स में मेरे बारे में अनुचित टिप्पणी की गयी थी जिसका उत्तर देना मेरा मौलिक और सामाजिक दायित्व है.
2. झूठ नंबर 1: अब वो बोल रहा है कि उसे PRWA ऑफिस बुलाया गया लेकिन उसके पहले बोला था की वह खुद RWA के ऑफिस में गया। उसने चोरी छुपे RWA के ऑफिशियल की रिकॉर्डिंग भी शेयर की थी जिसमें वह बोल रहा था कि मैं PRWA के ऑफिस आ रहा हूं।.
3. झूठ नंबर 2: उसने बोला कि मुझे बाउंसर रूम से पिटवाया गया जबकि वहां कोई भी बाउंसर मौजूद ही नहीं था.
4. झूठ नंबर 3: उसने बोला कि उसके साथ मारपीट मारपीट हुई बल्कि गुंडागर्दी और मारपीट वह खुद करके गया और उससे उसे नहीं बल्कि मुझे चोट आई और मेरी उंगली को तोड़ गया।.
5. उसने कहा कि उसे मेंबर नहीं बनाया जा रहा था लेकीन कई बार समझाने के बाद भी 2 दिनों बाद मेंबेशिप एनुअल रिटर्न भरे जाने हैं उसमें नंबर ऐड कर दिया जाएगा । उसे मेंबर ऐड भी कर दिया गया तो यह सिर्फ एक बहाना था। उसका उद्देश्य सिर्फ एक सनसनी और नेगेटिव मैसेज फैलाना था कि उसे मेंबर नहीं बनाया जा रहा और उस रिकॉर्डिंग को दिखा कर वह ख्याति प्राप्त करना चाहता था कि देखिए मैं वहां गया और जब उसे मेंबर बनाया गया। जबकि उसे भली-भांति पता था कि वह मेंबर तो बनेगा ही।.
6. जब मैं अस्पताल गया हुआ था पीछे से मेरे घर के नीचे भद्दे नारे लगाना जब मेरे बीवी बच्चे और मां बाप ही घर पर थे। ये गुंडागर्दी नही तो और क्या है।.
7. पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है 323 और 506 धाराओं में। और डा की रिपोर्ट आने के बाद गंभीर चोट मारने वाली धारा 325 भी जुड़ गई है। पुलिस ने जांच करके और घटना स्थल का मुआयना और सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद उसके खिलाफ मामला दर्ज किया। मामला दर्ज होने से कम से कम ऐसे तत्वों को फिर से ऐसे मारपीट करने की हिम्मत तो नहीं होगी।.
8. माननीय न्यायालय ने उसे अभी सिर्फ interim जमानत दी है जो कि अभी 6 सितंबर 2022 तक ही वैध है। 6 सितंबर 2022 को मामले की फिर सुनवाई होगी। 9. हद तो जब हो गई जब उसने PRWA के 1 सीसीटीवी इंजीनियर को रिश्वत दी और सुबूत के साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश की। वह इंजीनियर रंगे हाथों पकड़ा गया और उसने अपना जुर्म भी कबूल किया।.